प्रस्तावना
2025 में भारत की डिजिटल पहुँच जितनी तेजी से बढ़ रही है, उतनी ही तेजी से ऑनलाइन स्कैम्स की संख्या भी बढ़ रही है। साइबर अपराधी नए-नए तरीके निकाल रहे हैं ताकि वे लोगों की जानकारी या पैसे हड़प सकें। इस लेख में हम भारत के 10 सबसे आम ऑनलाइन स्कैम्स को समझेंगे और उनके खिलाफ कैसे बचाव किया जा सकता है, यह जानेंगे।
1. OTP फ्रॉड
अपराधी फोन या SMS के ज़रिए खुद को बैंक प्रतिनिधि बताकर OTP मांगते हैं। यूज़र जैसे ही OTP शेयर करता है, उनके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लिए जाते हैं।
बचाव: OTP कभी भी किसी से साझा न करें, चाहे सामने वाला कोई भी दावा करे।
2. फर्जी KYC अपडेट स्कैम
SMS या WhatsApp पर KYC अपडेट के नाम पर फर्जी लिंक भेजी जाती है। यूज़र जब लिंक पर क्लिक करता है तो उसे OTP और बैंक डिटेल्स डालने को कहा जाता है।
बचाव: बैंक कभी भी KYC के लिए लिंक नहीं भेजते। KYC अपडेट के लिए सीधे बैंक की वेबसाइट या ब्रांच में जाएं।
3. इन्वेस्टमेंट फ्रॉड
“₹5000 निवेश करें और ₹50,000 पाएं” जैसे लालच देकर नकली निवेश योजनाओं में लोगों को फंसाया जाता है।
बचाव: किसी भी अनधिकृत प्लेटफ़ॉर्म या एजेंट के ज़रिए पैसे निवेश न करें। केवल RBI और SEBI से मान्यता प्राप्त संस्थानों का ही चयन करें।
4. नकली जॉब ऑफर स्कैम
WhatsApp, Telegram या Email पर लोगों को वर्क फ्रॉम होम या विदेश नौकरी के नाम पर स्कैम में फंसाया जाता है। कुछ ही समय में रजिस्ट्रेशन या डॉक्युमेंट चार्ज के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं।
बचाव: कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नौकरी की वैधता जांचें। कोई भी प्रतिष्ठित कंपनी पहले पैसा नहीं मांगती।
5. ई-कॉमर्स स्कैम
लोग नकली वेबसाइट से सस्ते प्रोडक्ट्स ऑर्डर करते हैं लेकिन उन्हें या तो खराब सामान मिलता है या फिर कोई डिलीवरी ही नहीं होती।
बचाव: केवल भरोसेमंद और प्रमाणित वेबसाइट से ही खरीदारी करें। URL में “https” जरूर देखें।
6. सोशल मीडिया हैकिंग
Instagram, Facebook जैसे सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर यूज़र अकाउंट हैक कर लिए जाते हैं और फिर उनके दोस्तों व रिश्तेदारों से पैसे मांगे जाते हैं।
बचाव: दो-स्तरीय सुरक्षा (2FA) का उपयोग करें और कभी भी पासवर्ड किसी से साझा न करें।
7. बैंक कॉल स्कैम
फोन पर कॉल कर खुद को बैंक अधिकारी बताकर कार्ड ब्लॉक होने की बात कहकर कार्ड नंबर, CVV और OTP जैसी जानकारी ली जाती है।
बचाव: बैंक कभी भी कॉल पर आपकी व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगते। ऐसी कॉल्स को तुरंत काटें और रिपोर्ट करें।
8. QR कोड स्कैम
QR कोड स्कैन करने के बहाने यूज़र से पैसे मंगवाए जाते हैं, जबकि असल में QR कोड से पैसा भेजा नहीं बल्कि लिया जाता है।
बचाव: केवल विश्वसनीय दुकानदारों और व्यक्तियों के QR कोड स्कैन करें। पेमेंट की दिशा की पुष्टि जरूर करें।
9. क्रिप्टोकरेंसी स्कैम
लोगों को क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट के नाम पर नकली वेबसाइट या ऐप्स पर निवेश करवाया जाता है और फिर प्लेटफॉर्म अचानक गायब हो जाता है।
बचाव: किसी भी क्रिप्टो प्लेटफ़ॉर्म पर पैसे लगाने से पहले उसकी वैधता, रेगुलेशन और रिव्यू जांचें।
10. लॉटरी या इनाम स्कैम
SMS या ईमेल के ज़रिए “आप ₹25 लाख जीत चुके हैं, प्रोसेसिंग फीस ₹500 जमा करें” जैसे फर्जी संदेश भेजे जाते हैं।
बचाव: कोई भी लॉटरी या इनाम जिसमें आपने हिस्सा नहीं लिया हो, वह असली नहीं हो सकती। कभी भी प्रोसेसिंग फीस या एडवांस न भेजें।
निष्कर्ष
भारत में 2025 में ऑनलाइन स्कैम्स की बढ़ती संख्या हमारे लिए एक चेतावनी है। ऑनलाइन सुरक्षा सिर्फ तकनीकी मामला नहीं, बल्कि व्यक्तिगत ज़िम्मेदारी भी है। सतर्कता, जानकारी और समय पर प्रतिक्रिया से इन स्कैम्स से बचा जा सकता है।
सुझाव:
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हर लिंक, कॉल और ऑफर को सोच-समझकर जांचें।
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कभी भी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें।
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साइबर अपराध की शिकायत cybercrime.gov.in पर करें या 1930 पर कॉल करें।