आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन जितनी तेजी से सोशल मीडिया का विस्तार हुआ है, उतनी ही तेजी से इसमें फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट्स (Fake Social Media Accounts) की समस्या भी बढ़ी है। ये फर्जी अकाउंट्स न केवल लोगों की पहचान चुराते हैं बल्कि धोखाधड़ी, साइबरबुलिंग और मानहानि जैसे गंभीर अपराधों में भी इस्तेमाल होते हैं।
तो सवाल उठता है — भारत में फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट पर क्या कानून है?
इस ब्लॉग में हम जानेंगे:
-
फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट क्या है
-
इसके खतरे क्या हैं
-
भारत में इससे संबंधित कानून
-
शिकायत कैसे दर्ज करें
-
कैसे पहचानें कि अकाउंट फर्जी है
फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट क्या होता है?
फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट वह प्रोफाइल होती है जो किसी व्यक्ति, संस्था या ब्रांड की झूठी पहचान बनाकर बनाई जाती है। इस प्रकार के अकाउंट्स में अक्सर नकली नाम, तस्वीरें और जानकारी दी जाती हैं।
उदाहरण:
-
किसी सेलिब्रिटी के नाम से अकाउंट बना लेना
-
किसी दोस्त या ऑफिस कलीग की फोटो और नाम का इस्तेमाल करके नया अकाउंट बनाना
-
नकली ब्रांड पेज बनाकर लोगों से पैसे वसूलना
फर्जी अकाउंट्स के खतरे
फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट सिर्फ मज़ाक नहीं है, बल्कि कई बार गंभीर अपराधों का कारण बनते हैं:
-
साइबर बुलिंग: फर्जी अकाउंट से दूसरों को परेशान करना
-
फ्रॉड और स्कैम: नकली पेज बनाकर लोगों को ठगना
-
आतंकवादी गतिविधियों में उपयोग: गुप्त पहचान छिपाने का जरिया
-
छवि खराब करना: किसी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाना
-
डेटा चोरी: निजी जानकारी चुराना
भारत में फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट पर कानून
भारत सरकार ने फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट और साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए विभिन्न कानून बनाए हैं। आइए जानें किन कानूनों के तहत कार्यवाही होती है:
1. आईटी एक्ट 2000 (Information Technology Act, 2000)
-
धारा 66C: किसी की डिजिटल पहचान (जैसे फोटो, पासवर्ड आदि) का गलत इस्तेमाल करने पर 3 साल की जेल और ₹1 लाख तक जुर्माना
-
धारा 66D: फर्जी पहचान से किसी को धोखा देना – 3 साल की सजा और ₹1 लाख जुर्माना
2. भारतीय दंड संहिता (IPC)
-
धारा 419: फर्जी पहचान अपनाकर धोखाधड़ी करना – 3 साल की सजा
-
धारा 468: धोखाधड़ी के इरादे से दस्तावेज बनाना – 7 साल की सजा
-
धारा 500: बदनामी करने पर मानहानि केस
3. आईटी (मध्यवर्ती दिशा-निर्देश) नियम 2021
-
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को फर्जी अकाउंट्स पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं
-
यूजर शिकायत प्रणाली का अनिवार्य प्रावधान
फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट की शिकायत कैसे करें?
अगर आपको लगता है कि कोई आपके नाम या किसी और के नाम से फर्जी अकाउंट चला रहा है, तो आप नीचे दिए गए तरीकों से शिकायत कर सकते हैं:
1. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रिपोर्ट करें
हर प्लेटफॉर्म (Facebook, Instagram, Twitter, YouTube आदि) में “Report” का विकल्प होता है:
-
प्रोफाइल पर जाएं
-
“Report” चुनें
-
“Fake Profile” या “Impersonation” कारण दें
2. साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत करें
वेबसाइट: www.cybercrime.gov.in
-
लॉगइन करें
-
“Report Other Cyber Crime” विकल्प चुनें
-
जरूरी डिटेल्स और स्क्रीनशॉट अपलोड करें
3. नजदीकी साइबर सेल में शिकायत करें
-
FIR दर्ज कर सकते हैं
-
पहचान पत्र और सबूत साथ ले जाएं
फर्जी अकाउंट को पहचानने के तरीके
-
प्रोफाइल फोटो की गहराई से जांच करें – गूगल रिवर्स इमेज सर्च करें
-
फॉलोअर्स और पोस्ट्स में असंगति
-
नाम और यूज़रनेम में छोटी-मोटी गलतियाँ
-
डीएम में पैसे या निजी जानकारी माँगना
-
वेरिफाइड बैज का नकली इस्तेमाल
सोशल मीडिया कंपनियों की ज़िम्मेदारी
सरकार ने 2021 में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भी जवाबदेह बनाया है:
-
उन्हें 24 घंटे में फर्जी अकाउंट पर कार्रवाई करनी होती है
-
शिकायत निवारण अधिकारी (Grievance Officer) की नियुक्ति अनिवार्य है
-
बार-बार नियम तोड़ने पर अकाउंट पर बैन और जुर्माना
खुद को फर्जी अकाउंट से कैसे बचाएं?
-
अपने सोशल मीडिया अकाउंट को प्राइवेट रखें
-
दो-स्तरीय प्रमाणीकरण (2FA) का इस्तेमाल करें
-
किसी को अपनी OTP, पासवर्ड या पर्सनल जानकारी न दें
-
अपनी फोटो या दस्तावेज सार्वजनिक रूप से पोस्ट न करें
-
समय-समय पर अपना नाम सर्च कर फेक अकाउंट्स की जांच करें
असली केस स्टडी: एक नजर
मामला:
एक कॉलेज छात्रा के नाम से Instagram पर फर्जी अकाउंट बनाकर उसकी फोटो और निजी बातें वायरल की गईं।
एक्शन:
-
छात्रा ने cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट दर्ज की
-
साइबर सेल ने IP ट्रैक कर आरोपी को पकड़ा
-
धारा 66D और IPC 500 के तहत केस दर्ज हुआ
निष्कर्ष
फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट न सिर्फ एक डिजिटल शरारत है, बल्कि एक गंभीर अपराध भी हो सकता है। भारत में ऐसे मामलों के लिए सख्त साइबर कानून मौजूद हैं। यदि आप या कोई जानकार इसका शिकार हो रहा है, तो बिना डर के तुरंत शिकायत करें।
जागरूक रहें, सतर्क रहें, और डिजिटल दुनिया में अपनी पहचान की सुरक्षा करें।